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एक दृष्टि में

सोनभद्र नदी के वक्षस्थल के पूरब पटना-औंरंगाबाद राज मार्ग 139 पर अरवल से 8 किमी. दक्षिण यह कॉलेज स्थित है । इसको स्थापना सन् 1980 में हुई थी । यह कॉलेत मगघ विश्वविघालय अर्न्तगत बिहार सरकार द्वारा स्थायी सम्बंघन प्राप्त है जिसके संस्थापक माननीय स्व0 चन्द्रशेखर सिंह भूत -पूर्व संासद ,जहानाबाद एंव उनकी र्धमपत्नी दानदाता स्व0 श्रीमती सोहागीन देवी थी यहॉं पर करीब 60 प्रध्यापक कार्य कर रहे है और विघार्थियों की संख्या करीब छः हजार है।
कॉलेज मेे सह-शिक्षा की व्यवस्था है। प्रवेश , निःशुल्कता, निर्धन छात्र पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्ति, क्रीड़ा,प्रसाधन सहित कॉमन रूम निःशुल्क छात्रावास एवं अन्य सुविधाओं में छात्राओं को विशेष प्रश्रय दिया जाता है।

कॉलेज के प्रवेश द्वार से दक्षिण उच्च विधालय फतेहपुर संडा है । इसके बगल में ही स्वास्थ्य उपकेन्द्र, पशु चिकित्सालय अवस्थित है । कॉलेज का भवन पॉच भाग में है। विज्ञान संकाय का एक अलग भवन है जिसमें गैस प्लांट एवं वाटर सप्लाई की भी व्यवस्था है । इस महाविधालय में विज्ञान एवं कला संकायों की पढ़ाई नियमित रूप् से होती है । कुछ भवन निर्माणाघिन हैें। कॉलेज से दक्षिण इस कॉलेज का क्रीड़ा मैदान है।

नोट: इस महाविधालय में 24 घंटे बिजली पानी की समुचित व्यवस्था है । बिजली नहीं रहने पर भी महाविधालय का अपना जेनेरेटर व्यवस्था है । इस महाविधालय में छात्र एवं छात्राओं लिए अलग-अलग शौचालय एवं कॉमन रूम की व्यवस्था है प्रत्येक विभाग में वाटर सप्लाई की व्यवस्था है ।

course instructor

डा0 किशोर कुमार


फतेहपुर संडा महाविघालय0
सचिव



डा0 किशोर कुमार (सचिव)



आर्दश मनुष्य वहीं है । जिसके आत्मा, मन और शरीर तीनों उन्न्त हो । आत्मा पर आघ्यात्यमिकता की छाप हो, मन शुद्ध होेें ,और शरीर सर्वथा स्वस्थ्य हो । इस प्रकार के मनुष्य का निर्माण ही शिक्षा का मुख्य उदे्श्य हैं । इससे पूर्व मानवता दानवता का रूप घारण कर ले । इसे सम्भालना होगा । यदि हम अपने बच्चों का आने वाली भावी पीढ़ी का अपने समाज का ; अपने देश का और सम्पूर्ण विश्व का भविष्य सुरक्षित करना चाहते है तो हमें अपने जीवन में नेतिकता कों आघ्यात्यमिकता को स्वस्थ विचार घारा को स्वस्थ्य आहार विहार को अपनाना होंगा । जिससे हम सब चहुमुखी उन्न्ति की ओर अग्रसर हो सके अर्थात हमस ब की आध्यत्मिक मानसिक,सामाजिक और भौतिक उन्नति एक साथ हो,जिससे मानव हाति का समग्र विकास हो । यही शिक्षा का मुख्य उदेश्य होना चाहिए । जिससे भविष्य में एक स्वस्थ व पवित्र विचारधारा रखने वाले मानव का निर्माण हो सके ।

ईश्वर हमारी इच्छा पूर्ण करें
शुभकामनाओं के साथ

एफ.एस. कॉलेज फतेहपुर संडा. अरवल

course instructor

स्व० सोहागीन देवी


( धर्मपत्नी स्व० चन्द्रशेखर सिंह )
दान दाता-सदस्या
फतेहपुर संडा महाविद्यालय, फतेहपुर संडा, अरवल

course instructor

स्व० चन्द्रशेखर सिंह


भूत पूर्व सांसद (जहानाबाद)
(संस्थापक सचिव )